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Aadhar New Update Launch | अब घर बैठे करें मोबाइल नंबर अपडेट

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आधार का नया ऐप इसी माह होगा लॉन्च: अब ऑनलाइन अपडेट होगा मोबाइल नंबर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) इस महीने अपना नया आधार मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रहा है। यह नया ऐप पहले की तुलना में अधिक तेज़, सुरक्षित और सुविधाजनक होगा। अभी तक 18 लाख से अधिक लोग इस नए ऐप को डाउनलोड कर चुके हैं, जिससे इसका उत्साह साफ दिखाई दे रहा है। परिवार के 5 सदस्यों तक की जानकारी एक ही ऐप से नए ऐप के माध्यम से एक परिवार के अधिकतम पाँच सदस्यों का आधार विवरण एक साथ प्रबंधित किया जा सकेगा। इससे उन परिवारों को बड़ी सुविधा मिलेगी, जिन्हें अलग-अलग मोबाइल पर ऐप चलाने में परेशानी होती थी। मोबाइल नंबर अपडेट करना होगा आसान अब किसी भी भारतीय नागरिक को अपना मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए केंद्रों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। नया ऐप देगा - ऑनलाइन मोबाइल नंबर अपडेट - पूरी प्रक्रिया होगी सरल और सुरक्षित - अतिरिक्त बायोमेट्रिक लॉग-इन के विकल्प भी उपलब्ध होंगे ऑनलाइन वेरिफिकेशन सुविधा में होगा सुधार नया ऐप ऑनलाइन वेरिफिकेशन को और मजबूत करेगा। यूआईडीएआई की टीम ने ऐप के इंटरफेस और सुरक्षा फीचर्स को बेहतर बनाने के लिए...

अब घर से ही करें आधार में अपडेट

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घर बैठे आधार अपडेट करना हुआ आसान                                                भारत में पहचान के सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों में से एक आधार कार्ड अब पहले से ज्यादा सुविधाजनक तरीके से अपडेट किया जा सकेगा। UIDAI ने नियमों में बदलाव करते हुए यह प्रक्रिया आसान बना दी है। अब आप नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर जैसी जानकारियाँ घर से ही अपडेट कर सकेंगे। केवल बायोमेट्रिक अपडेट के लिए आधार केंद्र जाना होगा।  सरकार ने यह सुविधा तत्काल प्रभाव से लागू कर दी है और खास बात यह है कि 14 जून 2026 तक ऑनलाइन अपडेट बिना किसी शुल्क के होगा। यह बदलाव क्यों किए गए? डिजिटल भारत मिशन के तहत UIDAI लगातार लोगों की सुविधा बढ़ा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों से मिलने वाली शिकायतों, लंबी लाइनों, और दस्तावेज़ सत्यापन की जटिलताओं को देखते हुए प्रक्रिया को और सरल एवं समय बचाने वाला बनाया गया है। कौन-कौन सी जानकारी घर से अपडेट होगी? नाम, पता, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर को घर से ही अपडेट किया जा सकेगा। लेक...

प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत

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  प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत परिचय: इतिहास का अर्थ केवल अतीत की घटनाओं का वर्णन नहीं, बल्कि उन घटनाओं का वैज्ञानिक पुनर्निर्माण भी है। इन घटनाओं से संबंधित साक्ष्य, वस्तुएँ, अभिलेख और साहित्य जिनके आधार पर अतीत की जानकारी प्राप्त होती है, उन्हें इतिहास के स्रोत कहा जाता है। भारत का इतिहास अत्यंत प्राचीन एवं समृद्ध रहा है, और यद्यपि प्रारंभिक काल में लिखित इतिहास कम मिलता है, परंतु पुरातात्विक, साहित्यिक और विदेशी यात्रियों के विवरण भारतीय सभ्यता के गौरवशाली अतीत को प्रमाणित करते हैं। इतिहास के स्रोतों का प्रमुख वर्गीकरण: पुरातात्विक स्रोत साहित्यिक स्रोत विदेशी यात्रियों के विवरण 1. पुरातात्विक स्रोत: पुरातत्व विज्ञान के अंतर्गत प्राप्त वस्तुएँ, अभिलेख, मूर्तियाँ, सिक्के, स्मारक आदि हमारे अतीत का सबसे प्रामाणिक प्रमाण प्रस्तुत करते हैं। (A) अभिलेख: अभिलेखों को ‘इतिहास की रीढ़’ कहा गया है। ये पाषाण, ताम्रपत्र, स्तंभ, प्रतिमा, दीवार या गुफा पर उत्कीर्ण मिलते हैं। भारत के सबसे प्राचीन अभिलेख – अशोक के शिलालेख (3री शताब्दी ईसा पूर्व)। विदेश में सब...