Posts

Showing posts with the label Uttarakhand History

Aadhar New Update Launch | अब घर बैठे करें मोबाइल नंबर अपडेट

Image
आधार का नया ऐप इसी माह होगा लॉन्च: अब ऑनलाइन अपडेट होगा मोबाइल नंबर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) इस महीने अपना नया आधार मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रहा है। यह नया ऐप पहले की तुलना में अधिक तेज़, सुरक्षित और सुविधाजनक होगा। अभी तक 18 लाख से अधिक लोग इस नए ऐप को डाउनलोड कर चुके हैं, जिससे इसका उत्साह साफ दिखाई दे रहा है। परिवार के 5 सदस्यों तक की जानकारी एक ही ऐप से नए ऐप के माध्यम से एक परिवार के अधिकतम पाँच सदस्यों का आधार विवरण एक साथ प्रबंधित किया जा सकेगा। इससे उन परिवारों को बड़ी सुविधा मिलेगी, जिन्हें अलग-अलग मोबाइल पर ऐप चलाने में परेशानी होती थी। मोबाइल नंबर अपडेट करना होगा आसान अब किसी भी भारतीय नागरिक को अपना मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए केंद्रों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। नया ऐप देगा - ऑनलाइन मोबाइल नंबर अपडेट - पूरी प्रक्रिया होगी सरल और सुरक्षित - अतिरिक्त बायोमेट्रिक लॉग-इन के विकल्प भी उपलब्ध होंगे ऑनलाइन वेरिफिकेशन सुविधा में होगा सुधार नया ऐप ऑनलाइन वेरिफिकेशन को और मजबूत करेगा। यूआईडीएआई की टीम ने ऐप के इंटरफेस और सुरक्षा फीचर्स को बेहतर बनाने के लिए...

उतराखंड की प्राचीन जातियां

Image
उत्तराखंड  की प्राचीन जातियां उत्तराखंड का भू-भाग अत्यंत प्राचीन काल से मानव निवास का केंद्र रहा है। इसकी भौगोलिक परिस्थितियाँ, जलवायु, पर्वतीय भू-आकृति और प्राकृतिक संसाधन मानव जीवन के लिए अनुकूल रहे हैं। इस प्रदेश को वेदों, महाभारत, रामायण और पुराणों में “केदारखंड”, “मानसखंड”, “हिमवंत प्रदेश” तथा “देवभूमि” के नामों से संबोधित किया गया है। यहाँ विभिन्न युगों में अनेक जातियाँ और जनसमुदाय निवास करते रहे जिन्होंने उत्तराखंड की सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक संरचना को आकार दिया। इन जातियों में प्रमुख हैं — कोल, किरात, खस, नाग, आर्य, भोटिया, शौका, राजी और थारू। 1. कोल जनजाति: कोल जनजाति उत्तराखंड की सबसे प्राचीन जनजातियों में से एक मानी जाती है। यह जनजाति प्रागैतिहासिक काल में इस क्षेत्र में निवास करती थी। कोल लोग शिकारी और फल-संग्राहक जीवन व्यतीत करते थे तथा पत्थर के औजारों का उपयोग करते थे। धीरे-धीरे इन लोगों ने कृषि और पशुपालन अपनाया। ये लोग वनों और पर्वतीय क्षेत्रों में रहते थे और प्रकृति पूजक थे। सूर्य, वृक्ष और पर्वत इनकी पूजा के मुख्य प्रतीक थे। ऐसा माना जाता है कि वर्तमान मे...